Call Now : 8120018052, 9302101186 | MAP
     
विशेष सूचना- Arya Samaj तथा Arya Samaj Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से Internet पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह वैधानिक है अथवा नहीं। Kindly ensure that you are solemnising your marriage with a registered organisation and do not get mislead by large Buildings or Hall. For More information contact us at - 09302101186
arya samaj marriage indore india legal
all india arya samaj marriage place

ईश्वर में अविश्वास क्यों - २

५. किसी प्रिय व्यक्ति का नाश हो जाना या मर जाना - जब किसी व्यक्ति का कोई प्रिय सम्बन्धी मर जाता है तो उसे ईश्वर में अविश्वास हो जाता है। एक पीर जी की घरवाली मर गई तो कहने लगा, ''तेरा क्या गया, मेरा घर बिगड़ गया। इन बच्चों को तू पालेगा क्या ?''

समाधान - जब ईश्वर की और से विपत्ति आती है तो समझना चाहिए कि इसमें हमारी भलाई है क्योंकि विपत्ति मनुष्य को ऊंचा उठाती हैं। संसार के महापुरुषों पर विपत्तियां आई हैं। विपत्तियां तो प्रभु की याद दिलाने के लिए आती हैं, परन्तु लोग फिर भी ईश्वर को भूल जाते हैं। मृत्यु क्या है? प्रकृति और जीवात्मा के मिलाप का नाम जन्म और प्रकृति तथा जीवात्मा के वियोग का नाम मृत्यु है। जो उत्पन्न हुआ है, वह मरेगा अवश्य। योगेश्वर कृष्ण ने भी गीता में इस ही कहा है - जातस्य हि ध्रुवो मृत्युध्रुवं जन्म मृतस्य च || 

जो उत्पन्न हुआ है वह अवश्य मरेगा और जो मरेगा उसका जन्म भी अवश्य होगा। जब जन्म के पीछे मृत्यु और मृत्यु के पीछे जन्म लगा हुआ है तो घबराहट और निराशा किसलिए?
arya samaj mandir

६. पापियों को सुख और पुण्यात्माओं को दुःख में देखकर ईश्वर में अविश्वास पैदा होता है। 

समाधानपापियों को सुख में और पुण्यात्माओंको दुःख में देखकर लोग कारण और कार्य का सम्बन्ध लगा लेते हैं। इसी उल्टी धारणा से ईश्वर में अविश्वास उत्पन्न होता है। एक व्यक्ति कर्म तो अच्छा कर रहा है और उसका फल उसे दुःख मिले, यह कदापि नहीं हो सकता। अच्छा कर्म करते हए दुःख आ गया यह बात तो ठीक है, परन्तु यह कार्य और कारण (cause and effect) का सम्बन्ध नहीं है। दूसरी ओर एक व्यक्ति कार्य बुरा कर रहा है और उसे फल अच्छा मिल जाये, यह भी ठीक नहीं। एक उदाहरण से यह बात स्पष्ट हो जायेगी। एक व्यक्ति ने चोरी की और फिर सन्ध्या करने लगा। पुलिस आई और उसे पकड़कर ले गई। इस व्यक्ति को सन्ध्या के कारण नहीं पकड़ा गया। पापियों को सुख और पुण्यत्माओं का दुःख पूर्व जन्म के कर्मों के कारण है।

७. घातक का न पकड़ा जाना और निर्दोष का फंस जाना - कभी कभी ऐसा होता है कि कत्ल करने वाला बच जाता है और निर्दोष व्यक्ति फंस जाता है तो लोग कहते है कि यह क्या प्रबंध है?

समाधान - यह ठीक है कि कभी-कभी निर्दोष व्यक्ति भी फंस जाते हैं। फंसने वाला व्यक्ति निर्दोष अवश्य है परन्तु उसका पहला कोई ऐसा कर्म हो सकता है जिसक दंड उसे भोगना शेष हो और बहुत से व्यक्ति पकडे जाने के पश्चात छूट भी जाते हैं।

Motivational speech on Vedas by Dr. Sanjay Dev
वेद कथा -19  | मानवता ही मनुष्य का धर्म  | introduction to vedas & Dharma

८. विद्वानों का निर्धन और मूर्खों का धनी होना - यह भी ईश्वर अविश्वास का एक कारण है। परन्तु सभी विद्वान् निर्धन हो और सभी मुर्ख धनी हो यह बात गलत है। स्वामी दर्शनानन्द जी भूतपूर्व श्री कृपाराम जी अदभुत तार्किक और विद्वान् होते हुए भी बहुत धनवान थे ऐसे अनेक उदाहरण हैं।

९. भगवान के कामों में कोई व्यवस्था नहीं जैसी मनुष्य के कार्यों में है - भगवान की रचना में कोई क्रम नहीं है। एक बाग और पहाड़ को ले लो। बाग में नींबू की लाइन एक ओर, संतरे की लाइन एक ओर और आम के वृक्ष अलग लाइन में प्रत्येक वस्तु एक एक नियम में होगी। इसेक विपरीत पहाड़ पर एक वृक्ष यहां, एक वृक्ष वहां, कोई कहीं और कोई कहीं, किसी प्रकार का कोई क्रम नहीं है।

समाधान - परमात्मा की सृष्टि में क्रम है और अत्यन्त उत्कृष्ट क्रम है। परमात्मा की सृष्टिरचना में क्रम न मानना ऐसा ही है जैसे एक चींटी मनुष्य के ऊपर चढ़ जाये और पेट और छाती के ऊपर जाकर सोचे, यह बड़ा अच्छा मैदान है, फिर ऊपर चलकर दाढ़ी और मूछों में पहुंच जाये तो कहे यहां तो बड़ा भारी जंगल है, नाक के छिद्रों पर आकर कहे कि यहां तो छिद्र हो रहे हैं और ऊपर चढ़कर आँखों के गड्ढों में देखकर कहे यहां तो बड़ी उबड़-खाबड़ जगह है। इस प्रकार एक चींटी की दृष्टि में यह शरीर एक बेढंगा है। कहीं मैदान, कहीं जंगल, कहीं छिद्र है और कहीं उबड़-खाबड़ है परन्तु किसी शरीरविशेषज्ञ से पूछिये तो वह कहेगा कि यह तो प्रभु की सर्वोत्कृष्ट रचना है। - शास्त्रार्थ महारथी पं. रामचंद्र देहलवी

Contact for more info. -

Arya Samaj Mandir Annapurna Indore
Akhil Bharat Arya Samaj Trust
Bank Colony, Near Bank of India
Opp. Dussehra Maidan
Annapurna Road, Indore (MP)
Tel.: 0731-2489383, 9302101186
www.allindiaaryasamaj.com 

----------------------------------------------------

आर्य समाज मन्दिर अन्नपूर्णा इन्दौर
अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट
बैंक कॉलोनी, दशहरा मैदान के सामने
बैंक ऑफ़ इण्डिया के पास, नरेन्द्र तिवारी मार्ग
अन्नपूर्णा, इन्दौर (मध्य प्रदेश) 452009
दूरभाष : 0731-2489383, 9302101186
www.allindiaaryasamaj.com 

 

When the calamity comes from God, then it should be understood that it is in our best because the calamity lifts man. Plagues have come on the great men of the world. Plagues come to remind God, but people still forget God. What is death? The name of the reconciliation of nature and soul is birth and the name of separation of nature and soul is death. What has been born will die. Yogeshwar Krishna has also said this in the Gita.

Arya Samaj Mandir Annapurna Indore, Arya Samaj Mandir Bank Colony Indore, Arya Samaj Pandit Indore, Arya Samaj Indore for Gevrai - Agarwal Mandi - Muradnagar - Ambachandan - Veer Sawarkar Nagar Indore Madhya Pradesh 

Arya Samaj Mandir Indore Madhya Pradesh, Arya Samaj Mandir Marriage Annapurna Indore, Query for marriage in Arya Samaj Mandir Indore, Plan for marriage in Arya Samaj Mandir Indore, Arya Samaj Sanskar Kendra Indore, pre-marriage consultancy, Legal way of Arya Samaj Marriage in Indore, Legal Marriage services in Arya Samaj Mandir Indore, traditional Vedic rituals in Arya Samaj Mandir Indore, All India Arya Samaj Mandir Wedding, Marriage in Arya Samaj Mandir, Arya Samaj Pandits in Indore, Traditional Activities in Arya Samaj Mandir Indore, Arya Samaj Traditions, Arya Samaj Marriage act 1937. Arya Samaj Annapurna Indore, All India Arya Samaj Indore, All India Arya Samaj Mandir Annapurna Indore, All India Arya Samaj Mandir Marriage Indore, All India Arya Samaj Mandir Wedding Service Indore, Official Website of Akhil Bharat Arya Samaj Trust Indore Madhya Pradesh, आर्य समाज इंदौर, ईश्वर में अविश्वास क्यों - २Arya Samaj and Vedas, Vedas, Maharshi Dayanand Saraswati, Arya Samaj in India, Arya Samaj and Hindi, Vaastu Correction Without Demolition, Arya Samaj Mandir Marriage Indore Madhya Pradesh, Arya Samaj helpline Indore Madhya Pradesh Bharat, Arya Samaj Mandir in Madhya Pradesh, Arya Samaj Online, Arya Samaj Marriage Guidelines, Procedure Of Arya Samaj Marriage, Arya Samaj Marriage helpline Annapurna Indore, Hindi Vishwa, Intercast Marriage in Arya Samaj Mandir Indore. Indore Aarya Samaj Mandir, Indore Arya Samaj Mandir address, Hindu Matrimony in Indore, Arya Samaj Intercast Marriage, Intercast Matrimony in Indore, Arya Samaj Wedding in Indore, Hindu Marriage in Indore, Arya Samaj Temple in Indore, Marriage in Indore, Arya Samaj Marriage Rules in Indore, Hindu Matrimony in Indore, Arya Samaj Marriage Ruels in Hindi, Ved Puran Gyan, Arya Samaj Details in Hindi, Ved Gyan DVD, Vedic Magazine in Hindi, Aryasamaj Indore MP, address and no. of Aarya Samaj Mandir in Indore, Aarya Samaj Satsang, Arya Samaj, Arya Samaj Mandir Annapurna Indore, Documents required for Arya Samaj marriage in Indore, Legal Arya Samaj Mandir Marriage procedure in Indore,  Aryasamaj Helpline Indore Madhya Pradesh India, Official website of Arya Samaj Indore, Arya Samaj Bank Colony Indore Madhya Pradesh India, महर्षि दयानन्द सरस्वती, आर्य समाज मंदिर इंदौर मध्य प्रदेश भारत, वेद, वैदिक संस्कृति, धर्म, दर्शन, आर्य समाज मन्दिर इन्दौर, आर्य समाज विवाह इन्दौर

  • प्रार्थना से कामना सिद्धि

    प्रार्थना से कामना सिद्धि मनुष्य अनेक शुभ अभिलाषाओं से कुछ यज्ञों को प्रारम्भ करते हैं और चाहते हैं कि यज्ञ सफल हो जाएँ, परन्तु कोई भी यज्ञ तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक उस यज्ञ में देवों के देव अग्निरूप परमात्मा पूरी तरह न व्याप रहे हों। चूँकि जगत में परमात्मा के अटल नियमों व दिव्य-शक्तियों के अर्थात् देवों के द्वारा ही...

    Read More ...

pandit requirement
Copyright @ 2021. All Rights Reserved. allindiaaryasamaj.com