मेहनत का फल आज के समय में हर काम अगर उसका आधार मजबूत है तो वर्तमान अच्छा होगा। जीवन में पढाई के साथ-साथ संस्कारों को भी बच्चों को पढाते रहना चाहिए। लोग अपने माँ-बाप को उस समय भूल जाते हैं जिस वक्त माँ-बाप को अपने बच्चों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। जिन माँ-बाप ने पेड़ लगाए, हर रोज पानी दिया लेकिन वे उसका फल...
आत्मज्ञान से जीवन परिवर्तन इतिहास साक्षी है कि जो अन्दर से जागे हैं, उनके जीवन बदल गये हैं। जीवन का कायाकल्प हो गया। पतित जीवन तपस्वी बन गए। भोगी, विलासी, दुर्व्यसनी मुंशीराम तपस्वी त्यागी बलिदानी स्वामी श्रद्धानन्द बन गये। भोग विलास तथा वासनाओं के कीचड़ में फंसे अमीचन्द अमूल्य हीरा बन गए। गुरुदत्त नास्तिक से से आस्तिक बन गए।...