मेहनत का फल
आज के समय में हर काम अगर उसका आधार मजबूत है तो वर्तमान अच्छा होगा। जीवन में पढाई के साथ-साथ संस्कारों को भी बच्चों को पढाते रहना चाहिए। लोग अपने माँ-बाप को उस समय भूल जाते हैं जिस वक्त माँ-बाप को अपने बच्चों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। जिन माँ-बाप ने पेड़ लगाए, हर रोज पानी दिया लेकिन वे उसका फल नहीं खा पाते। आज के बच्चों को यह बात अच्छी तरह से अपने जीवन में उतार लेनी चाहिए कि लंबी अवधि में उन्हें फल तभी मिलेगा अगर वे आज मेहनत कर रहे हैं।
In today's time, if the foundation of every work is strong, then the present will be good. Along with studies, children should also be taught values. People forget their parents at the time when parents need their children the most. The parents who planted trees, watered them every day but they are not able to eat its fruits. Today's children should adopt this thing well in their life that they will get fruits in the long run only if they are working hard today.
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आत्मज्ञान से जीवन परिवर्तन इतिहास साक्षी है कि जो अन्दर से जागे हैं, उनके जीवन बदल गये हैं। जीवन का कायाकल्प हो गया। पतित जीवन तपस्वी बन गए। भोगी, विलासी, दुर्व्यसनी मुंशीराम तपस्वी त्यागी बलिदानी स्वामी श्रद्धानन्द बन गये। भोग विलास तथा वासनाओं के कीचड़ में फंसे अमीचन्द अमूल्य हीरा बन गए। गुरुदत्त नास्तिक से से आस्तिक बन गए।...