ब्रम्ह
ब्रम्ह बिना पैर के ही चलता है, बिना कान के ही सुनता है, बिना हाथ के ही नाना प्रकार के काम करता है, बिना मुँह के ही सारे रसों का आनंद लेता है और बिना वाणी के बहुत योग्य वक्ता है। वह बिना शरीर (त्वचा) के ही स्पर्श करता हैं, आँखों के बिना ही देखता है और बिना नाक के ही सब गंधों को सूँघ लेता है। उस ब्रम्ह की महिमा कही नहीं जा सकती। जिस ब्रम्ह की महिमा गाते वेद, पुराण, उपनिषद् नहीं अघाते, नारद नहीं अघाते, शारदा अपने सौ मुखों से भी जिस ब्रम्ह का बखान नहीं कर सकतीं। भला उस ब्रम्ह की महिमा कोई कैसे गाए या लिखे।
Brahma walks without feet, hears without ears, performs various activities without hands, enjoys all the tastes without mouth, and is a very capable speaker without speech. He touches without body (skin), sees without eyes and smells all smells without nose. The glory of that Brahman cannot be said anywhere. The Brahman whose glory the Vedas, the Puranas, the Upanishads do not glorify, Narada does not suffer, the Brahman which Sharda cannot describe even with her hundred faces. How could anyone sing or write the glory of that Brahman?
Brahma | Arya Samaj Lucknow, 8120018052 | All India Arya Samaj | Marriage by Arya Samaj Lucknow | Arya Samaj Lucknow | Arya Samaj Marriage Booking Lucknow | Arya Samaj Pandits Helpline Lucknow | Hindu Marriage Helpline Lucknow | Marriage Booking Lucknow | Vastu Correction Without Demolition Lucknow | Arya Samaj Mandir Shadi Lucknow | Arya Samaj Pandits for Pooja Lucknow | Gayatri Mandir Lucknow | Vedic Pandits Helpline Lucknow | Arya Samaj Marriage Lucknow | Arya Samaj Pandits for Vastu Shanti Havan Lucknow | Gayatri Marriage Lucknow | Marriage by Arya Samaj Mandir Lucknow | Arya Samaj All India Lucknow | Arya Samaj Marriage Ceremony
ज्ञान से आत्म कल्याण संसार की सबसे बड़ी मूल्यवान तथा महत्वपूर्ण चीज जीवन है। हम सब आत्म कल्याण, आत्म उत्थान और जीवन निर्माण के लिए धार्मिक स्थानों, सद्ग्रन्थों और महापुरुषों के साथ जुड़ते हैं। यदि हमें जीवन में सत्य का बोध नहीं हुआ, हमने अपने जीवन की बुराईयों, दुर्गुणों, दोषों आदि को दूर नहीं किया, पशुता से देवत्व की ओर...